जम्मू संभाग: डोडा जिले के नई वस्ती क्षेत्र में फरवरी के पहले सप्ताह में भूस्खलन के चलते 19 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। इसके बाद रामबन जिले के दुक्सर दलवा गांव में भूस्खलन के कारण 13 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। इसी बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के राष्ट्रीय सुदूर संवेदी केंद्र (एनआरएससी) की तरफ से भूस्खलन मानचित्र रिपोर्ट जारी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार देश के 10 सर्वाधिक भूस्खलन जोखिम जिलों में राजोरी और पुंछ शामिल है। देशभर में कुल 147 जिलों पर भूस्खलन का खतरा बताया गया है। इस सूची में जम्मू कश्मीर के 12 जिले शामिल हैं। इनमें जम्मू संभाग के छह और कश्मीर संभाग के छह जिले हैं। राजोरी देश का चौथा और पुंछ छठा सबसे अधिक भूस्खलन प्रभावित जिला है। इनके अलावा जम्मू 14वें स्थान पर, ऊधमपपुर 17वें पर, पुलवामा 27वें पर, कठुआ 42वें, अनंतनाग 52वें पर, बारामुला 58वें पर, डोडा 79वें पर, श्रीनगर 98वें पर , बडगम 119वें पर और कुपवाड़ा 132वें स्थान है। वहीं, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का कारगिल जिला 123वें स्थान पर और कारगिल 132वें पर और लेह जिला 136वें स्थान पर है।