महबूबा मुफ्ती: भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है और आज उसी लोकतंत्र और संविधान पर हमला हो रहा है। यह 2018 में शुरू हुआ जब यहां के राजनीतिक दलों ने सहमति व्यक्त की कि वे सरकार बनाएंगे लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। उस समय राष्ट्रीय दलों ने हमारा समर्थन नहीं किया था।
आज राजनीतिक दल एक साथ आ गए हैं। देश में करो या मरो की स्थिति है।
यह राहुल गांधी के जीवित रहने की बात नहीं है, यह अब लोकतंत्र और संविधान की बात है। लोकतंत्र के सभी स्तंभ हिल गए हैं। हमने देखा है कि कैसे इस्राइल में लोग लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे। कांग्रेस को बड़े भाई के रूप में कार्य करना चाहिए और अन्य दलों को जगह देनी चाहिए